Baalgatha - Hindi: ??????? ?????????: ????????, ???? ?????

89: जैसे को तैसा (Tit For Tat)

Informações:

Synopsis

एक सौदागर या व्यापारी अपने व्यापार में घाटा अनुभव करता है, और अपना नसीब  आज़माने के लिए दूसरे शहर जाने का विचार करता है , और अपने मित्र के पास अपने दादाजी जे जमाने का लोहे का तराज़ू छोड़ जाता है । कुछ वर्षों बाद वह व्यापारी अपने गाँव वापस आता है, और अपने मित्र से वह तराज़ू वापस माँगता है। मित्र तराज़ू लौटा ने से मुकर जाता है। व्यापारी अपना तराज़ू कैसे वापस पाता है? यह जान ने के लिए सुनिए इस कहानी को नीतीश के आवाज़ में । यह कहानी हम ने बालगाथा हिंदी पाड्कैस्ट पर पहले " सौदागर और उसका लोहा"  इस नाम से प्रकाशित की है । साथ ही बालगाथा English पाड कास्ट पर इस कहानी को आप The Spirit That Lived In the Tree और The Mice That Ate The Balance इन नामों से सुन सकते हैं।  अब आप ऐपल पॉडकास्ट (https://itunes.apple.com/in/podcast/ब-लग-थ-प-ड-क-स-ट-प-चत-त-र-ज-तक-कह-न-य-baalgat/id1224464467) , Google पॉडकास्ट (https://www.google.com/podcasts?feed=aHR0cHM6Ly9hdWRpb2Jvb20uY29tL2NoYW5uZWxzLzQ5MDUwODAucnNz) , स्टिचर (http://www.stitcher.com/s?fid=136017&refid=stpr) , स्पॉटिफ़ाई (https://open.spotify.com/show/2EtU7hbOSBPxLd747Ly5O1)